चावल के एक दाने से वशीकरण

चावल के एक दाने से वशीकरण

चावल के एक दाने से वशीकरण

भारतीय भोजन चावल के बिना अधूरा है| कम से कम एक वक्त चावल तो होना ही चाहिए, भले ही कटोरी भर ही क्यों न हो| दरअसल धान का यह बीज भारतीय भोजन का प्रमुख हिस्सा है| चावल से दक्षिण भारत में इडली, दोसा, उताप्प्म आदि बनते हैं तो उत्तर भारत के लोग इससे पापड खीर पुलाव जैसे व्यंजन बना लेते हैं| देश के अलग-अलग हिस्सों में चावल की किस्में भी अलग-अलग होती हैं| बासमती चावल तो दुनिया भर  में प्रसिद्ध है|

चावल के एक दाने से वशीकरण
चावल के एक दाने से वशीकरण

इतना ही नहीं, धार्मिक कार्यों में भी चावल का उपयोग होता है| देवताओं को दूब के साथ अक्षत(साबुत कच्चा चावल) चढ़ाने की परम्परा सदियों पुरानी है| यह बहुत कम लोग जानते हैं कि तांत्रिक क्रियाओं में भी चावल का उपयोग होता है| ये किसी भी मंत्र को सिद्ध करने के बेहद सशक्त माध्यम होते हैं|

चावल के अचूक तांत्रिक टोटके

दैनिक जीवन  में आ रही समस्याओं के निदान स्वरूप प्राचीन काल से ही कुछ टोटके किये जाते रहे हैं| इनका तंत्र के वाम मार्ग से कुछ लेना देना नहीं है| घर की बड़ी बूढ़ियाँ, कोई दादाजी, कोई ताया जी, कोई मामा जी आकर परिवार वालों को बता जाया करते थे, वही एक दूसरे का अनुसरण करते हुए आज भी समाज में चलन में है| निसंदेह इनका कमोबेश असर भी होता होगा, अन्यथा अब तक ये लुप्त हो चुकी होतीं| विभिन्न समाज में प्रचलित कुछ इससे ही टोटके नीचे दिए गए हैं, अपनी सुविधा और जरुरत के हिसाब से आप इनमे से कोई भी इस्तेमाल कर सकते हैं-

  • अगर घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न हो तो सोमवार के दिन दैनिक क्रिया से निवृत्त होकर शिव मंदिर जाएं | पूजन हेतु अपने साथ एक किलो चावल भी लेकर जाएं| अब शिव को विधिवत बेलपत्र चढ़ाएं, पंचोपचार विधि से पूजा करें| अंत में मुट्ठी भर चावल अर्पित करें| पुनः घर की आर्थिक स्थिति हेतु शिव से याचना करें| मंदिर से वापस लौटते समय बचा हुआ चावल किसी गरीब को दान कर दें| ऐसा निरंतर पांच सोमवार करें| घर में आमदनी का नया जरिया खुलने लगेगा|
  • धन संपत्ति की समस्या हेतु शुक्ल पक्ष के शुक्रवार की रात एक पीढ़े पर कलश की स्थापना करें| कलश पर केसर से स्वास्तिक बना दें और पानी से भर दें| अब छोटी सी तश्तरी में चावल भरकर कलश के ऊपर रख दें| उसी चावल के ऊपर श्री यन्त्र की स्थापना करें| कलश के सामने चौमुख दीपक लगाएं| इस दीपका का पूजन कुमकुम और चावल से करें| इसके बाद कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें| इसे लक्ष्मी प्रसन्न होती है| घर में धन का आवक बना रहता है|
  • कई बार आपकी सफलता से चिढ़कर या जलन की वजह से कई लोग अकारण शत्रु बन बैठते हैं| रास्ते में रोड़े अटकाते रहते हैं| कई बार इनकी वजह से जिन्दगी जहन्नुम बन जाती है| यदि ऐसी ही समस्या से उलझ रहे हो तो आप यह उपाय कर सकते हैं| चावल के चालीस दानों में साबुत उड़द के अडतीस दाने मिला दीजिये| अब उसे किसी सुनसान जगह पर जाकर गद्ढे में दबा दीजिये| गड्ढे में डालने के बाद मिटटी भरने से पहले उस पर एक पूरा निम्बू निचोड़ दें| यह क्रिया करते समय बुदबुदाकर अपने शत्रु का नाम लेते हुए कहते रहे कि –मेरा पीछा छोडो, दूर रहो मुझसे आदि| ऐसा करने के बाद आप पाएँगे कि शत्रु की गतिविधियाँ मंद पड़ गई हैं|
  • कई बार योग्यता होते हुए भी नौकरी नहीं मिलती| नौकरी मिल भी जाए तो दफ्तर का माहौल सहज नहीं मिलता, या तो सहकर्मी समस्या खड़ी कर देते हैं या फिर बॉस अनुकूल नहीं होता| जिस जगह कम से कम आठ घंटे बिताना हो वहाँ अगर इतनी तकलीफदेह स्थिति हो तो इंसान टूट सा जाता है| ऐसे में दूध पानी और चावल का खीर बनाकर कौओ को कुछ दिन खिला दें| दफ्तर की समस्या समाप्त हो जाएगी| नौकरी न मिल रही हो तो वह भी मिल जाएगी|
  • वैसे कई लोगों को पितृ दोष के सम्बन्ध में जानकारी नहीं होती है| जीवन में उथल पुथल मच जाने के बाद कुंडली लेकर इधर उधर भागने की बजाय पितृ दोष दूर करने का प्रयत्न करें| इसके लिए चावल की खीर में रोटी मसल कर मिला दें और कौओं को खिला दें| इस उपाय से पितृ दोष तो दूर होता ही है रुके हुए काम भी बनने लगते हैं|
  • कुंडली में चन्द्र यदि क्रूर गृह के प्रभाव में हो या चन्द्र दोषपूर्ण अवस्था में हो तो जीवन अत्यधिक प्रभावित होता है| इस स्थिति से निपटने के लिए अपनी माता से झोली फैलाकर मुट्ठी भर चावल भिक्षा मांगे| माता द्वारा प्रसन्नता पूर्वक दी गई इस भिक्षा से चंद्रमा की अशुभता हमेशा के लिए दूर हो जाती है|
  • मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद आहार में चावल नहीं लेना चाहिए| वैसे गिने चुने लोग ही इस नियम का पालन करते होंगे| कई लोग रात में ही चावल खाते हैं|

 

चावल के एक दाने से वशीकरण

तांत्रिक अभिक्रियाओं में चावल के दानों से वशीकरण भी किया जाता है| यद्यपि सभी वास्तविक तांत्रिक क्रियाएँ जटिल होती हैं| इनका प्रयोग साधारण मनुष्य नहीं कर पाता| तथापि अपेक्षाकृत सरल प्रयोग यहाँ दिया जा रहा है| इसका प्रयोग आवश्यकता पड़ने पर किया जा सकता है|

सर्वप्रथम एक कोरे कागज़ पर किसी कलम से जिस व्यक्ति का वशीकरण करना हो उस व्यक्ति का नाम, उसके माता पिता का नाम लिख लें| सामने दीपक जला लें| फिर चावल का एक दाना अपने हाथ में रखे और देवी कामाख्या का नाम लेकर उनसे वाशिकरण हेतु निवेदन करें| पुनः वह चावल दीपक के ऊपर पांच बार घुमा दें| अगले चरण में चावल पर कुमकुम लगा दें| एक बार फिर दीपक के ऊपर घुमा दें| इसके बाद चावल नाम लिखे कागज़ में मोड़ कर रख दें| इस पुडिया को ऐसी कांच की शीशी में गंगाजल के साथ डालकर ढक्कन बंद कर दें और किसी श्मशान की भूमि में गाड़ दें| इस क्रिया के बाद वह व्यक्ति पूरी तरह आपके वश में आ जाएगा|

 

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