स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र

स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र

स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र

स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र, कोई स्त्री चाहे पत्नी हो या फिर प्रेमिका, उसके वशीकरण के लिए विभिन्न शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं। जैसे हिंदू के वैदिक धर्म ग्रंथों में देवी-देवताओं के मंत्र जाप और पूजा-पाठ के अनुष्ठान किए जाते हैं, जबकि स्त्री वशीकरण के लिए अघोर की कई तांत्रिक साधनाएं, विभिन्न किस्म के जादू-टोने के टोटके भी सदियों से प्रचलित हैं।

इनमें विशिष्ट बात मंत्रों के स्पष्ट उच्चारण की होती है। मंत्रों का अचूक प्रभाव उसके लगातार जाप से सिद्धी पर निर्भर करता है। मंत्रों के क्लिष्टता शब्दों का स्पष्ट उच्चारण हर व्यक्ति नहीं कर पाता हैं और वे इसके प्रयोग के विद्वान पंडितों की मदद लेते हैं। 

स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र
स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र

इनके अतिरिक्त स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र के जरिए भी किया जाता है। ये मंत्र भी वैदिक मंत्रों की तरह ही काफी प्रभावशाली होते हैं और इन्हें सिद्ध करने की जरूरत नहीं होती है। ये जाप मात्र से ही खुद सिद्ध हो जाते हैं। महत्वपूर्ण बात यह कि इनके शब्द देसी और आंचलिक बोलचाल की भाषा में लिखे होते हैं।

साथ ही इनमंे गुरु की आन, दुहाई और दूध हराम जैसे शब्दों के प्रयोग के जरिए देवताओं पर भावनात्मक असर डाला जाता है। एक तरह से उन्हें अपने कार्य पूर्ण करवाने के लिए बाध्य किया जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही शाबर मंत्रों के बारे में जिनसे स्त्री का वशीकरण काफी सहजता से किया जा सकता है।

 शाबर वशीकरण मंत्र और नमक 

शाबर वशीकरण मंत्र और नमक, यदि कोई स्त्री अपने पति के साथ बेरूखी से पेश आती हो, कर्कशा हो, या फिर भावनत्मक तौर पर अपने पूर्व प्रेमी के आकर्षण में बंधी हो, तो वैसी स्त्री को नीचे दिए गए शबर मंत्र के जरिए वशीभूत किया जा सकता है। मंत्र है– ऊँ भगवती भग भाग दायिनी देवदत्तीं मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा!! 

इस शाबर मंत्र के जरिए सिर्फ स़्त्री को अपने वश में किया जा सकता है। इसके विधिवत जाप से देवी भगवती को खुश कर अपनी मनोवांछित कामना पूरी की जा सकती है। इस मंत्र में देवदत्तीं शब्द की जगह पर उस स्त्री का नाम लेना है, जिसे आप वशीकरण करना चाहते हैं। विधि-विधान इस प्रकार हैं-

  • इस मंत्र का जाप 29 दिनों तक लगातार किया जाता है, जिसकी शुरूआत गुरूवार के दिन से की जाती है और इसकी पूर्णाहुति पांचवें गुरुवार को होती है।
  • शाम के समय सूर्यास्त के ठीक बाद अंधेरा होने से पहले गोधूली बेला में अपने घर के किसी एकांत और साफ-सुथरे जगह पर आसन बिछाएं। उत्तर दिशा की ओर मुख कर बैठ जाएं। अपने सामने एक ढक्कन समेत डिब्बी में थोड़ा नमक लें। 
  • डिब्बी को दाई हथेली पर लेकर उसका ढक्कन हटाएं और ऊपर दिए गए मंत्र का पाठ करें। एक पाठ पूरा होने पर डिब्बी में नमक की तरफ फूंक मारें। 
  • इस तरह से यह प्रक्रिया अपनाते हुए कुल सात जाप करें। अंत में देवी भगवती को स्मरण करें। ऐसा करने पर नमक अभिमंत्रित हो जाएगा। उसके बाद डिब्बी को बंदकर किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें।
  • इसी प्रक्रिया को प्रतिदिन करने हुए 5वंे गुरूवार को डिब्बी का नमक पूरी तरह से अभिमंत्रित हो जाएगा है। 
  • उसके बाद अभिमंत्रित नमक वशीकरण किए जाने वाली स्त्री को खिला दंे। नमक चुपके उसके साथ खाना खाते वक्त किसी व्यंजन में मिला दें। ऐसा करने के बाद अब आप जैसे ही उस स्त्री से बात करेंगे वह आपसे वशीभूत होने लगेगी। 
  • ध्यान रहे इस शाबर मंत्र से किसी का अहित नहीं होने पाए। अर्थात किसी गैर औरत को अपने स्वार्थ की वजह से मोहब्बत के जाल में फंसाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए, जिससे किसी का बसा-बसाया घर उजड़ जाए। यानी इसके उपयोग से किसी का दिल नहीं दुखना चाहिए।

मनचाही स्त्री का वशीकरण

मनचाही स्त्री का वशीकरण, प्राचीन काल से चली आ रही वशीकरण की विद्या को अपना कर स्त्री का वशीकरण आसानी से किया जाता रहा है। आधुनिकता के इस दौर में भी उसकी मान्यता में कोई कमी नहीं आई है।

कईयों के मन में इसके प्रति नकारात्मक विचार आते हैं, जबकि यह पूरी तरह से आस्था और विश्वास करने वालों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला है। वह मंत्र इस प्रकार है- 

काला कलुआ चैंसठ वीर, ताल भागी तोर!

जहां को भेजूं वहीं को जाये, मांस दूं मज्जा को शब्द बन जाये!

अपना मारा, आप दिखाव, चलत बाण मारूं, उलट मूठ मारूं,

मार मार कलुवा, तेरी आस चार! 

चैमुखा दीया, मार बादी की छाती! 

इतना काम मेरा न करे तो तुझे माता का दूध पिया हराम!

इस मंत्र की प्रयोग विधि से कंठस्थ कर लेना चाहिए। उसके बाद निम्न तरीके से मनचाही स्त्री को वश में करने के लिए प्रयोग करना चाहिएः- 

  • आप जिस भी स्त्री का वशीकरण करना चाहते हैं उसके बाएं पांव के नीचे की मिट्टी ले आएं। उसकी एक छोटी सी सफेद कागज में पुड़िया बना लें। 
  • इस मिट्टी को इस शाबर मंत्र द्वारा 21 बार अभिमंत्रित करने प्रक्रिया की शुरू करने के लिए सूर्यास्त के बाद पूरब दिशा की ओर मुंह कर बैठ जाएं। मिट्टी की पुड़िया को अपने दायें हाथ में रखें।
  • उसके बाद ऊपर दिए गए शाबर वशीकरण मंत्र का एक बार पाठ करें और मिट्टी की तरफ फूंक लगायें। इस तरह से 21 बार मंत्र को पढ़ें और प्रत्येक मंत्र जाप के बाद मिट्टी पर फूंक लगायंे। 
  • इस प्रकार से यह मिट्टी अभिमंत्रित हो जाएगी। कार्य पूरा हो जाने पर इस मिट्टी को उस व्यक्ति के सिर पर डाल दें। ऐसा करते ही वह स्त्री वशीभूत हो जायेगी।
  • इस विधि को कोई स्त्री भी अपने प्रेमी या पति को वश में करने के लिए कर सकती है। वशीकरण की इस क्रिया को पूरे आत्मविश्वास के साथ करना चाहिए। मंत्र पढ़ते समय भी मन में उत्साह बना रहना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि इसका प्रयोग मानव हित में किया जाना चाहिए।

शाबर मंत्र की विशेषता

विशेषकर स्त्री वशीकरण में शाबर मंत्रांे का विशेष माना जाता है, क्योंकि इसका कोई भी व्यक्ति बड़ी सहजता के साथ प्रयोग कर लेता है। ये ऐसे मंत्र होते हंै, जिनका अर्थ भले ही स्पष्ट नही हो किन्तु इनके जरिए साधारण सी वस्तु को अभिमंत्रित कर उससे वशीकरण किया जाता है।

इसके प्रयोग के लिए न तो किसी गुरु की जरूरत नहीं होती है, और न ही तांत्रिक साधना या पूजा-पाठ की। स्वयं ही इसका पाठ कर इच्छित व्यक्ति को वशीभूत किया जा सकता है।   

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